1करोड़ से अधीक गबन के आरोपी, राजेश कु. तिवारी को बना दिया गया, झारखंड राज्य सहकारी बैंक लिमिटेड झारखंड का सीईओ….

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रिपोर्ट- वसीम अकरम…

रांचीः राजधानी रांची के शहीद चौक स्थित झारखंड राज्य सहकारी बैंक लिमिटेड झारखंड के भवन की साज सज्जा एवं कंप्यूटर नेटवर्किंग के दौरान लगभग एक करोड़ रुपये गबन करने का आरोप राजेश कुमार तिवारी पर है। राजेश कुमार तिवारी के खिलाफ तात्कालीन महाप्रबंधक सह प्रभारी मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी, झारखंड राज्य सहकारी बैंक लिमिटेड द्वारा कोतवाली थाना रांची में कांड संख्या 36/ 2019 दिनांक 02/02/ 2019 को दर्ज करवाया गया था। राजेष कुमार तिवारी पर आरोप है कि उसने बिना बोर्ड की बैठक में प्रस्ताव लाए अपने मन पसंद एजेन्सी से काम करवा कर एक करोड़ से भी अधीक की राशि का गबन किया है। बैंक प्रबंधन द्वारा बोर्ड की बैठक में कहीं भी यह प्रस्ताव नहीं लिया गया कि, किस एजेंसी की देखरेख में प्राक्कलन तैयार कर टीएस कराया जाए, ताकि उसके देख रेख में कार्य सही तरीके से हो सके।

पीडब्ल्यूडी कोड का उल्लंघन

एनआरपी-1 कार्यपालक अभियंता सागर से कूल 06 प्राक्कलन पर टीएस करा लिया गया, जो पीडब्ल्यूडी कोड का उल्लंघन है और ये न्यायसंगत नही है। विश्वस्त सूत्रों से पता चला है कि 10 प्रतिशत कमिशन लेकर प्राक्कलन पर हस्ताक्षर किया गया है। तात्कालीन महाप्रबंधक सह प्रभारी मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी, झारखंड राज्य सहकारी बैंक लिमिटेड सुशील कुमार द्वारा राजेश कु. तिवारी पर कोतवाली थाना में प्राथमिकी दर्ज करवाया गया था, जिस पर अब भी जांच चल रही है।

साजिश के तहत साक्ष्य मिटाने के लिए दिया गया प्रभारः 

वर्तमान मे एक साजिश के तहत करोड़ों रुपये गबन के आरोपी, राजेश कुमार तिवारी को झारखंड राज्य सहकारी बैंक लिमिटेड का मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी(CEO) का प्रभार दिया गया है, ताकि अपना राजेश कुमार तिवारी अपने रिटायर बेनिफिट एवं अपने कुकर्मों को छुपा सके।

जनहित में पद से हटाने की मांगः

इस मामले पर निबंधक सहयोग समितियां/बैंक और न ही कोतवाली थाना प्रभारी द्वारा आरोपी के उपर कोई कार्रवाई की जा रही है। बिरसा मुंडा भ्रष्टाचार निवारण संगठन झारखंड के केंद्रीय अध्यक्ष सरफराज अंसारी ने लोकहित में इस ज्वलंत मुद्दे को मुख्यमंत्री झारखंड, विभागीय मंत्री बादल पत्रलेख, मुख्य सचिव, डीजीपी झारखंड, एसएसपी रांची, और बैंक प्रशासक को पत्राचार कर अवगत कराते हुए जल्द से जल्द आरोपी के खिलाफ जांचोपरांच कार्यवाई और जांच होने तक राजेश कुमार तिवारी को पद से हटाने की मांग की है।

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