अंचल कार्यालय का पीढ़ी दर पीढ़ी चक्कर लगाना हो गई है आम बात…ताजा खबर झारखंड के वरीष्ठ संवाददाता वसीम अकरम की विशेष रिपोर्ट…

0
9

 

रिपोर्ट- वसीम अकरम…

राँचीः एक पीढ़ी का चप्पल घीस चुका है और अब दूसरे पीढ़ी का भी चप्पल घीसने के कागार पर है… दूसरे पीढ़ी के जावेद अंसारी बताते हैं कि, सिर्फ खाता न. में सुधार करने के लिए मेरे पिताजी कांके अंचल कार्यालय का चक्कर लगाते रहें, लेकिन काम नहीं हुआ। मेरे पिताजी भी जिद्दी थें और मैं भी जिद्दी हूं, एक पैसा भी घुस नही दुंगा…..ये कहना है अपने जमीन के दस्तावेज लेकर कांके प्रखंड अंचल कार्यालय पहुंचे जावेद अंसारी का। भुक्तभोगी जावेद ने बताया कि, अंचल कार्यालय में भ्रष्टाचार चरम पर है। यहां छोटे से छोटे मामुली काम के लिए भी चढ़ावा चढ़ाना पड़ता है। अंचल कार्यालय में अगर आप संबंधित अधिकारियों के पास डायरेक्ट जाएंगे तो कोई ना कोई त्रुटि बता कर आपका काम नहीं किया जाएगा, लेकिन वही काम जब आप दलालों के माध्यम से करवाते हैं, तो चुटकी बजाते हो जाता है। मतलब साफ है कि घुस देकर आप काम करवाते हैं, तो कोई त्रुटि नही है। जावेद अंसारी ने आगे बताया कि हमलोगों का 34 डिसमिल जमीन का पंजी-2 में जिसका खाता नम्बर 128 है, जो मालगुजारी रशीद में 178 चढ़ा दिया गया है।  इसमें सुधार के लिए वर्ष 2016 से कार्यालय का चक्कर काट रहे हैं।

राजस्व कर्मचारी के कंप्यूटर ऑपरेटर करते हैं दलालीः

वहीं शुक्रवार को ही कांके अंचल कार्यालय पहुँचे क्षेत्र के विधायक जनप्रतिनिधि प्रभात भूषण और कई पीड़ित ग्रामीणों ने कहा कि, अंचल कार्यालय में भ्रष्टाचार चरम पर है। यहां के राजस्व उपनिरीक्षक घूस की रकम का लेन-देन करने के लिए अपने पर्सनल कंप्यूटर ऑपरेटर के नाम पर दलाल रखा हुआ है, जिसके माध्यम से पैसों का लेनदेन होता है। कोकदोरो पंचायत के भुक्तभोगी आबिद अंसारी  ने बताया कि मैंने 5 डिसमील जमीन 3 मई 2021 और 7 जुलाई 2021 को आदम अंसारी के नाम पर दाखिल खारिज करने के लिए कांके अंचल कार्यालय में आवेदन किया था, लेकिन कार्यालय का चक्कर लगा लगा कर थक चुके हैं, लेकिन अब तक मेरा काम नही हुआ है। कोकदोरो पंचायत के हल्का कर्मचारी, गोवर्धन के कम्प्यूटर ऑपरेटर द्वारा 5 डिसमील जमीन का दाखिल खारीज करने के एवज में 8 हजार रुपया घुस मांगा गया है। मैं एक गरीब किसान हूँ, इतना रकम देना मेरे बस की बात नही है। घुस नहीं देने के कारन एक साल बाद भी मेरा काम नही हुआ है।

शायं 6 बजे के बाद कांके प्रखंड अंचल कार्यालय परिसर हो जाता है गुलजारः

वहीं भुक्तभोगी सह विधायक प्रतिनिधि, प्रभात भूषण ने बताया कि अंचल कार्यालय परिसर शायं 6:00 बजे के बाद गुलजार रहता है। चमचमाती कार से यहां जमीन कारोबारी पहुंचते हैं और अपना काम करवाते हैं। विधायक प्रतिनिधि प्रभात भूषण ने कांके अंचल कार्यालय पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि, कांके अंचल कार्यालय में दाखिल खारीज के नाम पर मोटी रकम की वसूली का धंधा जोरों पर है। प्रखंड स्तर पर पंचायतों के लिए कंप्यूटर ऑपरेटरों की बहाली हुई है, लेकिन सभी राजस्व कर्मचारी अपने अपने कंप्यूटर ऑपरेटरों को प्रखंड कार्यालय में ही बैठा कर कार्य करवाते हैं। जबकि सरकारी कागजात जो गंपनीय होता है, ये कागजात जहां रखा जाता है, उस अलमारी की चाबी भी कंप्यूटर ऑपरेटरों के पास ही रहता है। कई बार अंचल कार्यालय से जमीन से संबंधित कागजात गायब होने की शिकायत मिली है। राजस्व कर्मचारी 365 दिन में 1 दिन भी पंचायत भवन में नहीं बैठते हैं, क्योंकि पंचायत भवन में बैठ कर काम करने से इनकी उपरी कमाई नही होती है, इसलिए पंचायत भवन में ना बैठक कर अंचल कार्यालय आने के लिए लोगों को मजबुर करते हैं।

गलत का विरोध करने पर झुठा मुकदमा दर्ज करवाया जाता हैः पंचायत जन प्रतिनिधि

अरसंडे पंचायत के पंचायत समिति सदस्य, लालचंद सोनी ने भी कहा कि खुद मेरा काम अंचल कार्यालय में लंबे समय से लटका कर रखा गया है। बिना पैसे के यहां कोई काम नहीं होता है। जनप्रतिनिधि जब गलत काम का आवाज उठाते हैं, तो उन पर झूठा मुकदमा दायर करवा दिया जाता है, ताकि कोई भी इनके गलत कार्यों का विरुद्ध आवाज ना उठा सके।

अंचलाधिकारी का पक्ष इन कारनों से नहीं आ सकाः

इस पुरे मामले पर अंचलाधिकारी से भी बात करने की कोशिश की गई, लेकिन किसी कारन वश उन्होंने फोन रिसीव नही किया। अगली रिपोर्ट में इस पुरे मुद्दे को अंचलाधिकारी के समक्ष रखते हुए जनता की परेशानियों से उन्हें अवगत करवाया जाएगा, जो आप अगले एपिसोड़ में देख सकते हैं।

Leave A Reply

Your email address will not be published.