निरसा में अलग-अलग जगहों पर चाल धंसने से 8 की मौत, कई लोगों के दबे होने की आशंका…

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रिपोर्ट- अशोक कुमार, धनबाद…

निरसा में अलग-अलग तीन जगहों पर चाल धंसने से आठ लोगों की मौत।

लंबें समय से जारी है बंद खदानों में अवैध उत्खनन।

प्रतिदिन हजारों टन कोयले का होता है अवैध कारोबार।

धनबादः निरसा और पंचेत थाना क्षेत्र के तीन अलग अलग स्थानों पर मंगलवार को अवैध उत्खनन के दौरान चाल धंसने से 8 लोगों की मौत हो गई, जबकि पांच लोगों के दबे होने की आशंका है। अभी तक सात लोगों की शव निकाली जा चुकी है, बाकी शवों को निकालने का काम जारी है।

बताया जा रहा है कि, यह हादसा निरसा के गोपीनाथपुर और कापासारा में घटी, जबकि दूसरी घटना पंचेत के बसंती माता कोलियरी में हुआ है। यहाँ के बंद पड़े कोलियरी से बड़े पैमाने पर कोयले की अबैध उत्खनन की जा रही थी, इसी दौरान मंगलवार को अचानक एक-एक कर तीनों खदानों में चाल धंस गई जिससे वहां कोयला उत्खनन में लगे 8 लोगों की मौत कोयले में दबकर हो गई। इस घटना के बाद आस पास के गांवों में कोहराम मचा हुआ है। इस मामले में निरसा थाना प्रभारी, दिलीप कुमार यादव ने बताया है कि चाल धंसने की सूचना मिली है। पुलिस मौके पर पहुंच कर मामले की जाँच पड़ताल में जुटी है।

नीरसा अनुमंडल के पंचेत, मुगमा और कापासारा में धंसी चालः

जानकारी देते चलें कि, धनबाद जिले में कोयले का अवैध कोयले का कारोबार युद्धस्तर पर चल रहा है। हजारों मजदूर हर दिन जिले के अलग-अलग स्थानों पर कोयला काटने के लिए अवैध खदान में उतर रहे हैं। इस दौरान हर रोज कहीं न कहीं दुर्घटना हो रही है और मजदूरों की जान जा रही है। मंगलवार के दिन भी निरसा पुलिस अनुमंडल क्षेत्र में तीन स्थानों पर अवैध उत्खनन के दौरान चाल धंसने से 8 मजदूरों की मौत हो गई। कई लोगों के कोयले के नीचे दबे होने की आशंका जताई जा रही है। इधर हादसे के बाद पुलिस मामले की लीपापोती में जुटी है। 

कोयला माफियाओं द्वारा बीसीसीएल और ईसीएल की बंद कोयला खदानों से भारी मात्रा में करवाया जाता है अवैध खननः

पिछले कुछ महीनो से धनबाद में डंके की चोट पर अवैध कोयला उत्खनन बड़े पैमाने पर किया जा रहा है। इसमें बीसीसीएल और ईसीएल की बंद कोयला खदानों से भारी मात्रा में अवैध खनन कराया जा रहा है, जिसे आसपास के कोयला भट्ठों में खपाया जाता है। इसी दौरान मंगलवार को निरसा थाना क्षेत्र के मुगमा और पंचेत इलाके में यह हादसा हुआ। बताया जाता है कि पहली घटना निरसा क्षेत्र के बीसीसीएल सीवी एरिया के बंद पड़े आउट सोर्सिंग के. सी. पेंच में हुई, जहां अवैध उत्खनन में लगे तीन मजदूरों  की मौत हो गई, जबकि दूसरा हादसा निरसा के कापासारा आउटसोर्सिंग में हुआ जहाँ अन्य तीन लोगों की मौत हुई है। घटना के सम्बन्ध में बताया जा रहा है कि, निरसा थाना क्षेत्र अंतर्गत पड़ने वाली कापासारा आउटसोर्सिंग परियोजना में मंगलवार की अहले सुबह करीब पांच बजे आउटसोर्सिंग खदान में अवैध कोयला उत्खनन करने के दौरान यह हादसा हुआ । इस घटना को देख आउटसोर्सिंग में अवैध ढंग से कोयला चुनने वालों में भगदड़ मच गई । बताया जा रहा है कि हर रोज की तरह सैकड़ों की संख्या में लोग कोयला उत्खनन करने खदान में उतरे। इसी दौरान रावण सीढ़ी नामक स्थान के समीप बने मुहाना के अंदर लोग कोयला काट रहे थें, तभी अचानक चाल गिर पड़ा। इसकी चपेट में आने से मजदूरों  की मौत घटनास्थल पर हो गई। उनके सहयोगियों ने मलवा से निकाल कर सभी का शव ले भागे, जबकि तीसरी घटना पंचेत के बसंती माता कोलियरी में हुआ जहां दो लोगों के मरने की सूचना है।  घटना के बाद देर शाम तक मृतकों के शवों को निकालने का प्रयास जारी था। 

जिस प्रकार धनबाद में जना जोखिम में डाल कर कोयले की लूट हो रही है, उससे इस तरह की घटना यहाँ आम बात बनकर रह गई है। मौजूदा समय में बड़े पैमाने पर जिले में कोयले की लूट की जारी है। लूट की मिली छूट के बाद हर माफिया कोयले की काली कमाई में अपना हाथ धोना चाहती है, जिसका नतीजा है कि लगभग हर दिन ऐसी घटना की पुर्नावृति हो रही है। मौत का ये सिलसिला कहां और कब रुकेगा, किसके द्वारा रोका जाएगा, ये कहना मुश्किल है।

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