रामगढ़ उपचुनाव को लेकर कांग्रेस का खुलाशा, सीपीआई भी उतारेगी प्रत्याशी…

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रिपोर्ट- बिनोद सोनी…

रांचीः झारखंड के रामगढ़ विधानसभा उपचुनाव की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आते जा रही हैं, वैसे वैसे राजनीतिक पार्टियों की ओर से भी कई खुलाशे हो रहे हैं। एक तरफ यूपीए ने साझा उम्मीदवार मैदान में उतारने की बात कह रही है, लेकिन प्रत्याशी कौन होगा ये खुलाशा नहीं किया है, तो दूसरी ओर एनडीए ने अब तक अपना पत्ता नहीं खोला है।

ममता देवी को जनता के आंदोलन के कारन जेल जाना पड़ा, जनता का समर्थन ममता देवी कोः

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि, रामगढ़ की विधायर ममता देवी को भाजपा की सरकार ने एक साजिश के तहत गोला के आंदोलन में फंसाया है। क्षेत्र की जनता भी इस बात को जान रही है और जनता का पूर्ण समर्थन ममता देवी के साथ है। इसमें कोई दो राय नहीं की क्षेत्र की जनता यूपीए उम्मीदवार के पक्ष में ही मतदान करेगी, चाहे यूपीए का प्रत्याशी कोई भी हो।

भाजपा को इस उप-चुनाव में भी मुंह की खानी पड़ेगीः सीएम

राजेश ठाकुर ने ये भी बताया कि मुख्यमंत्री के साथ इस मुद्दे पर बात हुई है। उन्होंने कहा है कि कोई किन्तु परन्तु नही है। यूपीए मिल कर गोला उपचुनाव लड़ेगी और हर उपचुनाव की तरह इस उपचुनाव में भी भाजपा को मुंह की खानी पड़ेगी।

जानकारी देते चलें कि गोला गोलीकांड में रामगड़ विधायक ममता देवी को हाईकोर्ट से सजा होने के बाद रामगड़ में उपचुनाव होने जा रहा है।

सीपीआई, वामदलों के सहयोग से उतारेगी रामगढ़ उप-चुनाव में प्रत्याशीः

वहीं शनिवार को भाकपा कार्यालय में पार्टी के राज्य परिषद् की बैठक हुई। बैठक वरिष्ठ साथी पशुपति कॉल की अध्यक्षता में हुई।  बैठक में मुख्य रूप से हजारीबाग के पूर्व सांसद, भुवनेश्वर प्रसाद मेहता, राज्य सचिव महेंद्र पाठक उपस्थित थें। बैठक के दौरान कार्य रिपोर्ट, सांगठनिक रिपोर्ट एवं राजनीतिक रिपोर्ट राज्य सचिव महेंद्र पाठक ने पेश किया। बैठक की शुरुआत दिवंगत साथियों की श्रद्धांजलि से शुरू की गई। बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि रामगढ़ विधानसभा उपचुनाव वामदलों के सहयोग से सीपीआई लड़ेगी। सीपीआई, वामदलों से सीपीआई उम्मीदवार को समर्थन करने का अपील किया गया।

सीपीआई की बैठक में उपस्थित राज्य कमेटी के सदस्य.

बैठक में सदस्यता अभियान, नवीकरण एवं जन संगठनों के निर्माण सहित जन आंदोलन को विकसित करने को लेकर विस्तार रुप से चर्चा की गई। बैठक के दौरान राज्यस्तरीय रणनीति बनाई गई। केंद्र एवं राज्य सरकार की विफलता, केन्द्र सरकार की वादा खिलाफी, अफसरशाही, खनिज संपदाओं की लूट, बालू की निलामी के साथ साथ किसानों की जन समस्याओं को लेकर पूरे राज्य में 14 फरवरी को जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन किया जाएगा। 11 मार्च को अल्पसंख्यकों के सवाल को लेकर रांची के एसडीसी सभागार में सेमिनार का आयोजन किया जाएगा। इस राज्य स्तरीय सेमिनार में दिल्ली पंजाब सहित कई कई राज्यों के बड़े अल्पसंख्यक नेतृत्व के साथी भाग लेंगे।

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