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कांके प्रखंड के सुकुरहुटू गांव में हर्षोउल्लास के साथ मनाया गया विश्व आदिवासी दिवस..

रिपोर्ट- वसीम अकरम…

रांची(कांके प्रखंड): विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर कांके प्रखंड के सुकुरहुटू गांव में बड़े ही धूमधाम से विश्व आदिवासी दिवस मनाया गया।

अनूप लोहरा और सहदेव मुंडा के नेतृत्व में आयोजित इस कार्यक्रम में झारखंड के शहीदों की तस्वीरों पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई। कार्यक्रम में सैकड़ो की संख्या में आदिवासी समाज के लोग पारंपारिक वेशभूषा में ढोल नगाड़ों के थाप पर झारखंडी लोकगीत गाते और नृत्य करते शामिल हुवें।

शहीदों की तस्वीर पर पुष्प अर्पित करते जनप्रतिनिधि.

कार्यक्रम में  लोकहित अधिकार पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष, हरिनाथ साहू ने सभी को विश्व आदिवासी दिवस की बधाई देते हुवे कहा कि, हमारे पूर्वजों, अमर वीर क्रांतिकारी व बलिदानी महापुरुषों को याद करते हुवे हम सभी को संकल्प लेने की आवश्यकता है कि, झारखंड और झारखंडियों की पहचान, अस्मिता, जल-जंगल, जमीन, खनिज संपदा, भाषा-संस्कृति, सभ्यता, खतियान, संविधान एवं लोकतंत्र की रक्षा व सामाजिक न्याय एवं राजनीतिक भागीदारी के निहीतार्थ झारखंड नवनिर्माण के लिए फिर एक उलगुलान की आवश्यकता है। आदिवासी-मूलवासियों को एक होकर झारखंड को लूट खंड बनने से बचाना है।

वहीं मौके पर मौजूद कांके प्रखंड के उप प्रमुख, अंजय बैठा ने विश्व आदिवासी दिवस की बधाई देते हुवे कहा कि, हर समाज की अपनी-अपनी संस्कृति सभ्यता होती है और उसे हम सभी को बचाने की जरूरत है। हिंदुस्तान की खूबसूरती ही है कि इस देश में हर जाति और विभिन्न धर्मों को मानने वाले लोग रहते है। हमें जाति धर्म के नाम पर बंटना नही है। इसमें कोई संदेह नही कि, देश को आजाद कराने में आदिवासी समुदाय का बहुत बड़ा योगदान है। हम सभी को भगवान वीर बिरसा मुंडा, सिद्धु-कान्हू जैसे शहीद स्वतंत्रता सेनानियों के बताए रास्तो पर चलने की जरूरत है, ताकि हमारा राज्य मजबूत हो, हमारा देश मजबूत हो।

कार्यक्रम में कांके पश्चिमी जीप सदस्या सुषमा देवी, प्रभात भूषण, अनिता मुंडा, संजय महतो, विनोद साहू, अनूप लोहरा, महेंद्र महतो, राजाराम महतो, महावीर मुंडा, मुकुल नायक, वीरेंद्र महतो, अजय महतो, सीताराम मुंडा, सहदेव मुंडा, मदन महतो, लालू पाहन, फागु मुंडा, हरे कृष्णा महतो समेत कई लोग शामिल थें।

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सेन्ट्रल मुहर्रम कमेटी पिठोरिया ने खलिफाओं को किया सम्मानित, जमील अख्तर ने कहा परंपरा और संस्कृति को बचाए रखना जरुरी…

रिपोर्ट- वसीम अकरम…

रांची(कांके प्रखंड)- कांके प्रखंड के पिठौरिया थाना क्षेत्र में नयाटोला, भागलपुर, कोनकी, पिठौरिया नीचे मुहल्ला, कोकदोरो, बाड़ू, सेमरटोली सहित कई जगहों पर रविवार को मोहर्रम का जुलूस निकाला गया। सेंट्रल मुहर्रम कमिटी पिठौरिया के तत्वाधान में आयोजित कार्यक्रम में सभी अखाड़े से पहुंचे लोगों का स्वागत पिठौरिया मुहर्रम मैदान में कमिटी के सदस्यों द्वारा किया गया।

मुहर्रम त्यौहार को देखते हुए सुरक्षा के दृष्टिकोण से प्रशासन की ओर से मुकम्मल व्यवस्था की गई थी। धार्मिक स्थलों पर बैरिकेडिंग लगा कर घेराबंदी किया गया था। चप्पे-चप्पे पर पुलिस के जवान मौजूद नजर आएं। थाना प्रभारी अभय कुमार स्वयं अपने दलबल के साथ जुलूस पर नजर जमाए हुवे थें। शांति समिति के सदस्यों का भी प्रशासन को पूरा सहयोग रहा।

विभिन्न क्षेत्र के अखाड़ों से निकली जुलूस अपने निर्धारित मार्ग से होते हुवे पिठौरिया चौक पहुंची, जहां सभी अखाड़ा के लोगों द्वारा खेल का प्रदर्शन किया गया। उसके बाद सभी अखाड़ा सेंट्रल मुहर्रम मैदान में जमा हुएं, जहां कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। यहां सेंट्रल मुहर्रम कमिटी द्वारा सभी अखाड़ा के खलीफाओं का स्वागत पगड़ी पहना कर किया गया।

सेंट्रल मुहर्रम मैदान में सभी अखाड़ा के सदस्यों ने लाठी खेल का प्रदर्शन किया। इस मौके पर सेंट्रल मुहर्रम मैदान पंहुचे पिठौरिया थाना प्रभारी अभय कुमार, एसआई राहुल कुमार, एएसआई कृष्णा ओझा,कांग्रेस नेता जमील अख्तर, समाजसेवी शकील अंसारी, अनिल केशरी, मधु साहू, ईदुल अंसारी, शमीम अंसारी का भी बैज और पगड़ी पहना कर कमिटि के पदाधिकारियों द्वारा स्वागत किया गया। अतिथियों द्वारा बेस्ट अखाड़ा व बेस्ट खिलाड़ियों को सम्मानित किया गया।

मौके पर कांग्रेस पार्टी क महानगर अध्यक्ष, जमील अख्तर ने कहा कि अपने परंपरा और संस्कृति को बचाए रखने के लिए हर समाज को लोग कार्यक्रम आयोजित करते हैं। इसी तरह मुस्लिम समुदाय को भी अपने परंपरा और संस्कृति को बचाए रखने के लिए प्रयासरत रहना चाहिए इस प्रयास में दूसरे समाज के लोगों की भावनाओं का भी ख्याल रखना चाहिए। देश में शांति तभी कायम किया जा सकता है, जब सभी समुदाय एक दूसरे की भावना का ख्याल रखें, एक दूसरे की भावनाओं का आदर करें। इस तरह हम भाईचारगी और बंधुत्व के साथ आगे बढें। जहां भाईचारगी और बंधुत्व की भावना होती है, वहां विवाद नहीं होता। वर्तमान में भाईचारगी बहुत जरुरी है।

कार्यक्रम को सफल बनाने में पिठौरिया सेंट्रल मुहर्रम कमिटी के अध्यक्ष सुभान अंसारी, सरपरस्त शहबान अंसारी, भोला खान, सज्जाद खलीफा, हफीज अंसारी, खुर्शीद आलम, इकबाल अंसारी, वसीम अंसारी, फिरोज अहमद, मेराज, इरफान अंसारी, आसिफ खलीफा, असगर अली सहित अन्य सदस्यों का महत्वपूर्ण योगदान रहा।

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पिठोरिया में 30 जुलाई को निकाली जाएगी मोहर्रम का जुलूस, कई अखाड़ों के लोग होंगे शामिल……..

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कांके के सांगा-सियारटोली में भव्य मंडा पूजा का आयोजन, सैकड़ों भोक्ताओं ने लिया हिस्सा……

रिपोर्ट:- वसीम अकरम….

राँची/कांके: शिव शक्ति मंडा पूजा समिति सांगा सियारटोली के द्वारा सोमवार रात को सांगा शिव मंदिर प्रांगण में भव्य मंडा पूजा का आयोजन किया गया है। सोमवार की रात फूलखुंदी में सैकड़ों भोक्ताओं ने जलते अंगारे पर चलकर देवाधिदेव महादेव के प्रति अपनी भक्ति भावना को प्रकट किए। इसमें पुरुषों के साथ महिलाओं व युवतियों की संख्या भी अच्छी खासी थी। तत्पश्चात संस्कृति छौ नृत्य कार्यक्रम का आयोजन हुआ, जिसमें चांडिल, सिल्ली और बंगाल की टीम के द्वारा नृत्य का प्रस्तुति की गई। सांगा-सियारटोली एवं आसपास के सनातन धर्मावलंबियों रातभर भारी संख्या में उपस्थित थे। मंगलवार को सांगा मंडा टांड़ स्थल में झूलन सह मेले का आयोजन होगा।

कार्यक्रम के दौरान मुख्य रूप से कांके पश्चिमी के पूर्व जीप सदस्य सह आजसू के कार्यकारी अध्यक्ष हकीम अंसारी, राधिका रमन मिंज, पूजा समिति के अध्यक्ष सूरज प्रकाश यादव,प्रेम प्रकाश मुंडा, उपाध्यक्ष मुकुंद मुंडा,सुखसागर साय, उमेश उरांव, अर्जुन चंद्र यादव, मुर्तुज़ा अंसारी, खालिक अंसारी, सुरेन महतो, विनोद लोहरा, महेंद्र महतो, गोपाल शरण साय, राज कुमार महतो, घनश्याम साय, रवि मिथिलेश, मौजूद रहे।

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श्री पवनपुत्र रामनवमी समिति रामगढ़ बनी अस्त्र- शस्त्र चालन प्रतियोगिता की विजेता…..

रिपोर्ट:- वसीम अकरम….

राँची/कांके: श्री महावीर मंडल कांके द्वारा न्यू मार्केट कांके में आयोजित राज्यस्तरीय अस्त्र शस्त्र चालन प्रतियोगिता की विजेता श्री पवनपुत्र रामनवमी समिति रामगढ़ बन गई है। उसको अंतर जिला वर्ग में प्रथम पुरस्कार मिला। वहीं दूसरा स्थान श्री बजरंग समिति राजगढ़ रामगढ़ को मिला। रांची जिला मंडली वर्ग में धूम धड़ाका बजरंग दल मायापुर ओरमांझी प्रथम तथा बजरंग समिति फेटा रातु द्वितीय रहे। जबकि विशिष्ट खेल मंडली का प्रथम पुरस्कार अमरदीप समिति रामगढ़ और द्वितीय पुरस्कार हनुमान समिति कुंवर टोला को दिया गया। बोकारो महुआटांड़ के विवेक कुमार महतो को व्यक्तिगत वर्ग में विशिष्ट पुरस्कार प्रदान किया गया। सभी 56 मंडलियों को झंडा, तलवार, नकद पुरस्कार, शील्ड और कप देकर पुरस्कृत और सम्मानित किया गया।

आयोजन समिति के अध्यक्ष अनिल महतो टाइगर, गिरिजा शंकर पाण्डेय, चुनिंदर महतो, विवेक सिंह, मनोज वर्मा, चंकी यादव, हरे कृष्ण महतो, बीपी सिंह, दशरथ साहू, शिव महतो, छोटू सहित अन्य ने पुरस्कार वितरण किया। इसके पूर्व समापन समारोह में ग्रामीण एसपी नौशाद आलम, एडीएम लॉ एंड ऑर्डर राजेश्वर नाथ आलोक, एएसपी मूमल राजपुरोहित, सीओ दिवाकर सी द्विवेदी, बीडीओ शिलवंत कुमार भट्ट आदि ने सभी कांके और राजधानीवासियों को श्री राम नवमी पर्व की शुभकामनाएं दी। सबो से मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम के जन्मोत्सव को शांति, सौहार्द और उल्लास के साथ मनाने की अपील की।

प्रतियोगिता का आयोजन मंगलवार की रात 10 बजे भाजपा के कोषाध्यक्ष दीपक बंका, रमेश सिंह, मुख्य संरक्षक अतीश कुमार सिंह, अध्यक्ष अनिल टाइगर, गिरीजाशंकर पांडे, जिला परिषद सदस्य सुषमा देवी, किरण देवी, राम लखन मुंडा, ठानो मुंडा, गगन कुमार आदि के द्वारा किया गया।

 

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सरहुल पर्व मानव को प्रकृति के संरक्षण एवं संवर्द्धन हेतु प्रेरित करता हैः सी.पी. राधाकृष्णन, राज्यपाल

रिपोर्ट- बिनोद सोनी…

पुरे ताल पर मांदर बजाते हुए जमकर थिरके राज्यपाल, सी.पी. राधाकृष्णन।

झारखंड वासियों को दी प्रकृति पर्व सरहुल की शुभकामना।

वृक्षों के बिना जीवन की कल्पना असंभवः राज्यपाल

जनजातियों के पर्व-त्यौहारों एवं अनुष्ठानों में झलकता है प्रकृति प्रेम।

रांचीः माननीय राज्यपाल, सी.पी. राधाकृष्णन ने कहा कि जनजातियों का गौरवशाली इतिहास रहा है। इनकी सभ्यता एवं संस्कृति अत्यंत ही समृद्ध है, साथ ही हमारे जनजातियों की कला-संस्कृति, साहित्य, परंपरा व रीति-रिवाजों की विश्वव्यापी पहचान है। ये प्रकृति प्रेमी हैं और यह इनके पर्व-त्यौहारों एवं अनुष्ठानों में झलकता है। उन्होंने राज्यवासियों को सरहुल पर्व की बधाई देते हुए कहा कि सरहुल सिर्फ एक पर्व ही नहीं है, बल्कि मानव जीवन और प्रकृति के बीच अटूट संबंध का अनुपम उदाहरण है। सरहुल यह संदेश देता है कि प्रकृति के बिना मनुष्य का अस्तित्व नहीं है। राज्यपाल महोदय आज जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषा संकाय, राँची विश्वविद्यालय, राँची द्वारा आयोजित “सरहुल पूजा महोत्सव” में लोगों को संबोधित कर रहे थें।

 वृक्षों के बीना जीवन की कल्पना असंभव, वृक्ष है तो जीवन हैः राज्यपाल, झारखंड

राज्यपाल महोदय ने कहा आज के आधुनिक युग में जहां पूरा विश्व ग्लोबल वार्मिंग से चिंतित हैं, ऐसे में इस प्रकार के त्योहारों की अहमियत और भी बढ़ जाती है। यह पर्व मानव को प्रकृति के संरक्षण एवं संवर्द्धन हेतु प्रेरित करता है। उन्होंने वृक्ष की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वृक्षों के बिना जीवन की कल्पना असंभव है, वृक्ष है तो जीवन है। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु में वनम संस्था द्वारा काफी संख्या में वृक्षारोपण किया गया, जिससे वहाँ के भू-गर्भ जल-स्तर में उल्लेखनीय वृद्धि हुई और बारिश में भी बढ़ोतरी हुई। उन्होंने कहा कि झारखण्ड राज्य को वृक्षारोपण के क्षेत्र में उक्त संस्था के  अनुभव का लाभ प्राप्त हो, इस हेतु उन्हें आमंत्रित किया जायेगा। उन्होंने राज्य के लोगों से जल संरक्षण व अधिक से अधिक वृक्षारोपण करने का संदेश दिया।

ये सभी रहें महोत्सव में उपस्थितः

“सरहुल पूजा महोत्सव” में महापौर, राँची डॉ० आशा लकड़ा, सचिव, विकास भारती पद्मश्री अशोक भगत, कुलपति, राँची विश्वविद्यालय, राँची प्रो० अजीत कुमार सिन्हा समेत विश्वविद्यालय के शिक्षकगण, अधिकारीगण एवं विद्यार्थीगण मौजूद थें।

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कारोबार Festival of Jharkhand

ATM की तरह है गेंदा फूल की खेती.

रिपोर्ट- बिनोद सोनी….

रांचीः गेंदा फूल की खेती एटीएम की तरह है, जब चाहें तब बाजार में बेच कर नगदा राशि मील जाता है, फिर उससे अपने जरुरत का काम कर लेते हैं। ये कहना है ओरमांझी प्रखंड के जीराबार गांव की विद्यावती देवी का।

पिछले पांच वर्षों से विद्यावती कर रही है गेंदा फूल की खेतीः

दरअसल विद्यापती देवी पिछले पांच वर्षों से गेंदा फूल की खेती कर रही है। विद्यावती कहती है कि जब से मैं अपने गांव में गेंदा फूल की खेती कर रही हूं, तब से गांव के फिजां में गेंदा फूलों की खुशबू तो चारो ओर फैल ही रही है, मेरे घर की भी आर्थिक स्थिति काफी सुदृढ़ हुई है।लाल और पीले रंग के गेंदा फूल की खेती के लिए विद्यावती देवी कोलकाता से हर साल पौधे मंगाती है और उन्हें अपने खेतों में विकसित करती हैं। विद्यावती देवी की मानें तो गेंदा फूल की खेती करना बेहद ही आसान और लाभदायक होता है। गेंदा फूल की खेती को विद्यावती देवी कमाई के नजरिए से एटीएम बताती हैं। ओरमाझी प्रखंड की विद्यावती देवी उन महिला किसानों के लिए एक आदर्श बन चुकी हैं, जो गेंदा फूल की खेती करने की तैयारी कर रही है।

गेंदा फूल की खेती से विद्यावती ने बनाई अपनी अलग पहचानः

विद्यावती देवी के पति कृष्णा साहू गौरवान्वित महसूस करते हुए बताते है कि, फूल की खेती ते विद्यावती की एक अलग पहचान बनी है। गांव समाज में लोग मेरी पत्नि का उदाहरण देते हैं। फूल की खेती से मेरी पत्नी को एक अलग पहचान मिली है। फूल की डिमांड सालों भर होने की वजह से फूल की खेती करने में रिस्क भी बहुत कम होता है। स्थानीय बाजार में आसानी से बिक जाने की वजह से किसान इस ओर धीरे-धीरे प्रेरित होने लगे हैं।

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अजीमो शान से निकला कांके में जुलूस-ए- मोहम्मदी……

रिपोर्ट:- वसीम अकरम….

राँची: पैगंबर मोहम्मद सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम के यौमे पैदाइश (जन्मदिन) के मौके पर मदरसा अजमेरिया बदरूल इस्लाम मिल्लत कॉलोनी कांके से पैगंबर मोहम्मद कि शान में हकीकत एहतराम और भाई चारे के साथ निकाला गया जुलूस-ए मोहम्मदी, यह जुलूस मिल्लत कॉलोनी कांके से निकल कर चुड़ी टोला, सीआईपी होते हुए कांके मजार शरीफ, सेंट्रल मोहर्रम मैदान कांके पहुंची और इमामबाड़े पर फातिहा पढ़ा गया और लोगों के बीच मिठाइयां और सीरनी बांटी गई और वहीं पर उलमा ए एकराम द्वारा तकरीर की गई और पैगंबर मोहम्मद साहब के जीवनी और उनकी राह में चलने का संदेश दिया गया, जुलूस वहां से निकलकर कांके चौक होते हुए बाजार ताड़ चूड़ी टोला होते हुए वापस मिल्लत कॉलोनी पहुंच कर सलातो सलाम पेश किया गया और जुलूस की समाप्ति की गई।

इस मौके पर कमेटी के अध्यक्ष सरफराज खान, सचिव मो फुरकान, कारी हाशिम कमाल, मौलाना सैयद नौशाद, डा मनौवर सिद्दीकी, हाजी अब्दुल रहमान, अब्दुल निजाम, हाफिज अब्दुल वहाब, मो शहजाद, अनीस अहमद, सकील आजाद, अली इमाम, आमिर सोहेल, मिजान अहमद, मो जावेद, शोएब अख्तर, तारीक खान, राजा आलम, जीशान अहमद, अफरोज खान, एहसान खान, मो रिक्की, मो फारूक, मो नूरेन, मो शम्मी, मो इम्तियाज, हामिद हुसैन, फहीम हुसैन, मो तौसीफ, रमीज राजा, सिकन्दर रजा, मो नसीम, अब्दुल अमान, आफताब आलम, मो उजैर,फ़ैज़ अहमद, सहित कई अकीदत मन उपस्थित थे।

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गिंजोठाकुर गांव, जहां ना ही बड़े-बड़े पंडालों का किया जाता है निर्माण और ना ही मां दुर्गे के प्रतिमा की स्थापना…

रिपोर्ट- अन्नू साहू, ठाकुरगांव…

रांचीः रांची जिला के बुढ़मू प्रखंड में एस ऐसा गांव है, जहां दुर्गोत्सव के दौरान ना ही पूजा पंडालों का निर्माण किया जाता है और ना ही मां दुर्गे के मुर्ति की स्थापना। जी हां वो गांव है ठाकुरगांव, जहां सदियों से मां दुर्गे की प्रतिमा स्थापित कर मां की अराधना नही की जाती है।

क्षेत्र के ग्रामीण बताते हैं कि गिंजो ठाकुर गांव में साक्षात मां भवानी शंकर विराजमान हैं। गिंजो ठाकुरगांव में साक्षात मां भवानी शंकर का मंदिर होने के कारण दुर्गा पूजा में पंडाल का निर्माण नहीं किया जाता है। इसके एवज में ठाकुर गांव में यज्ञ का आयोजन किया जाता है। कोरोना महामारी की वजह से पिछले 2 सालों से यज्ञ का आयोजन नहीं किया गया था, लेकिन इस बार 2022 में पुरे धुम-धाम के साथ रामचरित्र मानस नवाह़न परायण यज्ञ का आयोजन किया गया है। दो वर्षों बाद गिंजोठाकुर गांव में यज्ञ का आयोजन किए जाने से क्षेत्र में खुशी का माहौल है। यज्ञ को लेकर महिलाओं में काफी खुशी देखी जा रही है। बुधवार की रात श्री महाराज आचार्य जय केशव जी के द्वारा प्रवचन किया गया और उनके ग्रुप के सदस्यों द्वारा भजन प्रस्तुत किया गया। भजन संध्या के दौरान ग्रामीण जनता नाचते झुमते दिखें। इस मौके पर समिति द्वारा भंडारे का भी आयोजन किया गया था।

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क्या इस बार जगन्नाथपुर में लगेगा रथ मेला! पढ़ें पूरी रिपोर्ट…

 

रिपोर्ट-श्वेता भट्टाचार्य…

रांची: जगन्नाथ रथ यात्रा मेला के आयोजन को लेकर 2 जून को रांची समाहरणालय स्थित उपायुक्त सभागार में बैठक आयोजित की गई. उपायुक्त रांची छवि रंजन की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में उप विकास आयुक्त रांची, अनुमंडल पदाधिकारी सदर रांची, अपर जिला दंडाधिकारी (विधि व्यवस्था), पुलिस अधीक्षक ग्रामीण, जिला नजारत उप समाहर्ता, विभिन्न समितियों के प्रतिनिधियों के साथ संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे।

बैठक में विभिन्न समिति के सदस्यों द्वारा विधि व्यवस्था एवं सुरक्षा को लेकर विचार विमर्श करते हुए कई बिंदुओं पर जिला प्रशासन से सहयोग की अपील की गई.जिस पर उपायुक्त ने अपर जिला दंडाधिकारी (विधि व्यवस्था) को आवश्यक कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया।

मेले के आयोजन की अनुमति नहीं, दुकानें भी नहीं लगेंगे:

कोविड-19 संक्रमण के मद्देनजर विभागीय आदेश के आलोक में मेले के आयोजन की अनुमति नहीं है. बैठक में उपायुक्त ने समिति के सदस्यों को विभागीय दिशा-निर्देशों से अवगत कराया. आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार किसी प्रकार के मेले के आयोजन एवं दुकान लगाने की अनुमति नहीं है.जारी दिशा निर्देश के अनुसार सीमित व्यक्तियों की संख्या में रथ यात्रा का आयोजन किया जा सकता है।

मंदिर परिसर से अतिक्रमण हटाने का निर्देशः

जगन्नाथ रथ यात्रा को लेकर मंदिर परिसर के आसपास दुकान लगाने को लेकर कई लोगों द्वारा अस्थाई निर्माण किए जाने की सूचना दिये जाने पर उपायुक्त ने एसडीओ को आवश्यक कार्रवाई कर अतिक्रमण हटाने का निर्देश दिया.उन्होंने कहा कि कोविड-19 के संक्रमण के मद्देनजर मेला और दुकान लगाने की अनुमति नहीं है।

उपायुक्त द्वारा साफ सफाई ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव डस्टबिन एवं शौचालय की व्यवस्था, पेयजल की व्यवस्था  को लेकर नगर निगम के संबंधित पदाधिकारियों के साथ बैठक करने का निर्देश समिति को दिया गया है।

इसके अलावा वोलेंटियर बनाने, रथ यात्रा से पहले मांस एवं शराब बिक्री पर रोक, सड़क के दोनों और मोरम गिराने आदि को लेकर भी समिति द्वारा बातें रखी गई जिस पर उपायुक्त ने आवश्यक निर्देश दिये।