जमीन मामले में पूर्व मुखिया फलिंदर मुंडा पर हुआ हमला।
उरुगुटू पंचायत के पूर्व मुखिया हैं फलिंदर मुंडा।
पिस्टल से चलाई गई गोली, हर बार हुआ मिसफायर।
रांची(ठाकुरगांव)- उरूगुटू पंचायत के पूर्व मुखिया फलिंदर मुंडा पर गुरुवार की सुबह अपराधियों ने 4 फायरिंग की लेकिन फलिंदर मुंडा इस फायरिंग में बाल बाल बच गएं।
घटना के बाबत बताया जा रहा है कि हर दिन की भांति आज भी अहले सुबह फलिंदर मुंडा अपने आंगन में बैठ कर अखबार पढ़ रहे थें, तभी दो अपराधी बाईक पर सवार हो कर पहुंचे और पिस्टल से फलिंदर मुंडा पर फायरिंग करने लगें। अपराधियों ने चार गोली चलाई, लेकिन हर बार पिस्टल में खराबी के कारन गोली पिस्टल में ही फंस गया। मौका देख फलिंदर मुंडा अपराधियों पर टुट पड़े और जैसे ही अपने घर से लाठी निकालने के लिए अंदर प्रवेश कियें अपराधी मौका का फायदा उठा कर भाग खड़े हुएं।
घटना की सूचना पाकर स्थानीय लोग पहुंचे फलिंदर मुंडा के घर.
फलिंदर मुंडा ने बताया कि यह सारा मामला जमीन से जुड़ा हुआ है। जबरन हमारे एक रिश्तेदार की जमीन को अपराधी हड़पना चाहते हैं, जिसका मैने विरोध किया था। अपराधी मेरे रिश्तेदार का जमीन हड़पने में मेरे कारन कामयाब नही हो सके हैं, इसलिए मुझे रास्ते से हटाने के लिए मेरे उपर हमला किया।
घटना की सूचना पाकर पहुंची पुलिस मामले की छानबीन करते हुए.
घटना की सूचना पाकर ठाकुरगांव थाने की पुलिस फलिंदर मुंडा के घर पहुंचे और पुरे मामले की जांच कर रहे हैं। घटना स्थल से एक मिस फायर गोली पुलिस ने बरामद किया है।
अग्नि प्रभावित क्षेत्र से निकाले गए ओवी को डंप करने से पहले पानी डाल कर ठंडा करना अनिवार्य।
पूर्व में भी कई लोग आ चुके हैं गर्म ओवी की चपेट में।
बीसीसीएल का आउट सोर्सिंग कंपनियों पर नहीं है नियंत्रण।
धनबाद : धनबाद में इन दिनों नियम कानूनों को ताक पर रखकर आउटसोर्सिंग कंपनियां कहीं ओवर बर्डेन का खेल, खेल रही है तो कही बिना फिटनेस के वाहन चलाने का महाखेल किया जा रहा है। दूसरी तरफ ये कंपनियां अग्नि प्रभावित क्षेत्र से निकाले गए गर्म ओबी को बिना ठंडा किये ही डंप कर रही है, जिससे लगातार घटनाएं हो रही है। ताजा मामला बुधवार को धनबाद के गोधर में हुई, जहां 6 लोग गर्म ओवी की चपेट में आकर झुलस गएं।
घटना के बारे में बताया जा रहा है कि, कुछ लोग शौच करने के लिए बैठे हुए थें, तभी उपर से गर्म ओवी गिराया गया, जिसकी चपेट में आने से 6 लोग झुलस गएं। घायलों महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। घटना गोधर काली बस्ती की है। फिलहाल घायलों का ईलाज अस्पताल में चल रहा है।
महिलाएं और बच्चे शौच कर रहे थें, तभी उपर से गिराया गया गर्म ओवीः
स्थानीय लोगो ने बताया की BCCL एवं उसके अधीन कार्य कर रही आउटसोर्सिंग कंपनियां सारे नियम कानूनों को ताक पर रखकर कार्य कर रही है। कई जगह लगातार गर्म ओबी उपर से नीचे फेंका जा रहा है, जिससे आसपास के लोगों की जान हमेशा खतरे में रहती हैं। कई बार इस मामले को लेकर आवाज उठाया गया, लेकिन नतीजा वही ढांक के तीन पात। आज की घटना भी गर्म ओवी से हुई है। सुबह महिलाएं और बच्चे शौच के लिए गए थें, उसी समय आउटसोर्सिंग कंपनी के डंपर से गर्म ओबी गिरा दिया गया। गर्म ओवी के चपेट में आकर सभी झुलस गएं। घायलों द्वारा चीख पुकार मचने के बाद आसपास के लोग मौके पर जमा हुवें और सभी को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। कुछ का इलाज निजी अस्पताल में और कुछ का धनबाद में चल रहा है।
गर्म ओवी की चपेट में आने से गंभीर रुप से झुलसी महिला.
आउटसोर्सिंग कंपनियों के मनमानी के खिलाफ किया जाएगा उग्र आंदोलनः
घटना के बारे में स्थानीय लोगो का कहना है की BCCL की मनमानी के कारण इस प्रकार की घटनाएं हो रही है। उसी के तर्ज पर ये आउटसोर्सिंग कंपनियां भी नियमों को ताक पर रखकर सारा खेल खेल रही है। अगर अब भी ये कंपनियां नही चेती तो सभी के खिलाफ उग्र आंदोलन शुरू किया जाएगा।
आउटसोर्सिंग कंपनियां लगातार दिशा-निर्देशों का उल्लंघन कर, कर रही है कामः
जानकारी देते चलें कि, आउटसोर्सिंग कंपनियों को बीसीसीएल के दिशा निर्देश अनुसार अग्नि प्रभावित क्षेत्रों से निकले गर्म ओबी को पहले पानी डाल कर ठंडा करना है, उसके बाद ही उसे कहीं डंप करना है। लेकिन आउटसोर्सिंग कंपनियां लगातार दिशा-निर्देशो का उल्लंघन करते रहे हैं, जिससे क्षेत्र में कई घटना हो चुकी है। प्रदूषण नियंत्रण विभाग को शिकायत किये जाने पर विभाग के अधिकारी क्षेत्रों का निरीक्षण करते हैं, लेकिन कुछ दिनों बाद फिर से गर्म ओबी ही जहां तहां डंप कर दिया जाता है।
सरकारी नौकरी में रहे और जमीन बचाने के लिए संघर्ष कर रहे आम लोगों का नाम भू-माफियाओं की सूची में डाला गया।
आम लोगों को जमीन माफिया बता कर भूमाफियाओं को थाना प्रभारी पहुंचा रहे हैं लाभ।
आरती कुजूर ने ग्रामीण एसपी और रांची सांसद को मामले से करवाया अवगत।
रांचीः नामकुम प्रखंड की पूर्व जिप सदस्य सह भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष, आरती कुजूर ने नामकुम थाना के थानेदार पर गंभीर आरोप लगाया है। आरती कुजूर ने प्रेस बयान जारी कर कहा है कि वर्तमान में झारखंड की विधि व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। जमीन लूट को लेकर भू-माफियाओं ने कई लोगों की सरे राह हत्या की घटना को अंजाम दिया है, जिस कारण राज्य सरकार ने सभी थानों को भू-माफियों की सूची बनाने का निर्देश दिया।
निर्दोषों को भू-माफियाओं की सूची में डाला और भू-माफियाओं से पैसे लेकर सूची से नाम हटा दिया गयाः आरती कुजूर
थानेदारों ने अपने-अपने क्षेत्र में सक्रीय भू-माफियाओं की सूची बनाई है, जिसमें कई त्रुटि है। थाना प्रभारियों ने जो सूची तैयार की है, उसमें भू-माफियाओं का नाम छोड़ कर वैसे लोगों का नाम डाल दिया गया है, जो अपनी जमीन बचाने के लिए खड़ा हुआ एक आम आदमी है। ऐसा ही एक उदाहरण रांची जिला नामकुम प्रखंड के खरसीदाग थाना क्षेत्र में देखने को मिला है, जिसमे जिन व्यक्तियों का नाम भू-माफियाओं की सूची में डाला गया है, उनमें से कुछ सरकारी नौकरी में रहे है और कुछ ने अपनी जमीन भू- माफियाओं से बचाने के लिए थाने में आवेदन दे रखा है या फिर उस व्यक्ति ने थाना के गलत कामों के खिलाफ आवाज उठाई l
भू-माफियाओं को लाभ पहुंचा रहे हैं खरसीदाग थाना प्रभारीः आरती कुजूर
थाना प्रभारी ये अच्छी तरह जानते हैं कि उनके थाना क्षेत्र में कौन-कौन भू-माफिया सक्रीय है। बावजुद उन पर कार्रवाई करने के बजाय उनसे पैसा लेकर उन भू-माफियाओं का नाम सूची से हटा दिया गया है। आम आदमी को भू-माफिया बता कर उन्हें तड़ीपार करने की तैयारी पुलिस कर रही है। ऐसा करके पुलिस भू-माफियाओं की मदद करने की तैयारी में है। ताकि जो व्यक्ति जमीन बचाने के लिए खड़ा है, उसे तड़ीपार कर दिया जाए और भू-माफिया उस जमीन पर आसाने से कब्जा कर सके।
रांची के ग्रामीण एसपी और सांसद से की गई मामले की शिकायतः
आरती कुजूर ने इस बात की शिकायत रांची जिला के ग्रामीण एसपी और रांची के सांसद संजय सेठ से की है। आरती कुजूर ने कहा है कि थाना प्रभारी निर्दोषों को जमीन माफिया बता कर प्रताड़ित कर रही है, जिस पर रोक लगाई जाए और दोषी भू-माफियाओं को सूचीबद्ध किया जाए।
सिमडेगा जिले के कोलेबिरा थाना क्षेत्र स्थित टयशरा गांव में आदिवासी महिला लाली मिंज को अर्द्धनग्न कर पीटते हुए घुमाया गया।
घटना 29 अगस्त को हुई है, लेकिन 14 सितंबर तक थाने में केस दर्ज नहीं किया गया है।
8 सितंबर को पीड़िता द्वारा डीजीपी को स्पीड पोस्ट कर आवेदन देने के बाद 13 सितंबर को एसटीएससी थाना प्रभारी पहुंचे पीड़िता के घर, लेकिन 14 सितंबर तक केस दर्ज नहीं किया गया।
पीड़िता, रैयत नारायण सिंह से लिज पर जमीन लेकर खेती करती है और पंचम प्रसाद पीड़िता को उस जमीन से खदेड़ना चाहता है।
आरोपी पंचम सिंह पीड़िता, लाली मिंज का सिंचाई पंप और खेत में घेराबंदी के लिये लगाया गया तार उखाड़ कर पूर्व में ही ले जा चुका है।
रांचीः घटना 29 अगस्त 2023 की सिमडेगा जिला, कोलेबिरा थाना क्षेत्र के टयशरा गांव की है, जहां भीड़ ने एक आदिवासी महिला, लाली मिंज को बीच सड़क जम कर पीटा, फिर उसके कपड़े फाड़ कर अर्धनग्न करते हुए आधा किलोमीटर दूर उसके घर तक ले गया। यहां पहुंच कर भीड़ ने लाली मिंज के बेटी के साथ भी इसी तरह की हरकत करने की कोशिश की, लेकिन लाली मिंज ने किसी तरह अपने आप को भीड़ से बचाते हुए घर के अंदर जा कर अंदर से दरवाजा बंद कर अपने आप को बचाया।
कोलेबिरा थाना प्रभारी ने दर्ज नहीं किया मामला, सुलह करने के लिए कहाः पीड़िता
घटना की सूचना मिलने के बाद कोलेबिरा थाना, पीड़िता लाली मिंज के घर पहुंची और उसे थाना ले गई। महिला ने मुख्य आरोपी, पंचम प्रसाद और अन्य के खिलाफ थाना में मामला दर्ज करने के लिए आवेदन दिया, लेकिन थाना प्रभारी ने आरोपी पंचम प्रसाद से सुलह करने की बात कह कर मामला दर्ज नहीं किया। थाना प्रभारी ने पीड़िता से कहा कि, तुम गरीब हो केस नहीं लड़ सकती हो।
आखिर क्यों कोलेबिरा थाना प्रभारी ने समझौता करने के लिए कहा, ये जांच का विषयः
यहां एक महिला को बीच सड़क अर्धनग्न कर पीटा गया, उसकी गरीमा को ठेस पहुंचाया गया, जो एक क्रिमिनल केस के दायरे में आता है, बावजुद इसके थाना प्रभारी ने इस मामले को गंभीरता से ना लेते हुए, क्यों सुलह करने की बात कही ये जांच का विषय है।
भीड़ को पंचम प्रसाद जमीन देने का लालच दे कर उकसा रहा थाः लाली मिंज, पीड़िता
घटना की जानकारी देते हुए पीड़िता लाली मिंज ने बताया कि पंचम प्रसाद, राजेश प्रसाद, अनूप प्रसाद और निरंजन सिंह, बार-बार महिलाओं को मुझे मारने के लिए उकसाते रहें। पंचम प्रसाद भीड़ में मौजुद लोगों को ये कह रहा था कि, इसका मोबाईल फोन छिन लो, इसका कपड़ा फाड़ो और जहां-जहां घुमाना है घुमाओ। सभी को 10-10 डिसमील जमीन दे लिख देंगे। यहां महिलाओं ने मेरा पुरा सामान और मोबाईल फोन लूट लिया। मेरे सलवार सूट को आगे और पीछे से खिंच-खिंच कर फाड़ दिया और मुझे अर्धनग्न कर बहुत पीटा, फिर घसीटते हुए मेरे घर तक ले जाया गया। घर के पास पहुंच कर मुझे पीट रही लक्ष्मी देवी और गीता देवी ने कहा कि, इसकी बेटी को भी खिंच कर निकालों और उसको भी मारो।
सिमडेगा एसपी को भी आवेदन देने पर नहीं हुई कोई कार्रवाईः
पीड़िता, लाली मिंज ने आगे बताया कि थाना प्रभारी ने जब मेरा केस दर्ज नहीं किया, तो दूसरे दिन मैं एसपी ऑफिस जाकर एसपी को भी आवेदन दी, लेकिन अब तक आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं किया गया है। इसके बाद मैं एस.टी.एस.सी. थाना भी गई लेकिन वहां भी केस दर्ज नहीं किया गया।
पंचम प्रसाद नारायण सिंह की जमीन हड़पना चाहता है, इसलिए मुझे प्रताड़ित कर रहा हैः लाली मिंज, पीड़िता
लाली मिंज ने घटना के पीछे का कारन बताते हुए बताया कि पंचम प्रसाद मुझे काफी दिनों से परेशान कर रहा है। जिस जमीन पर मैं खेती कर अपने परिवार का जिविकोपार्जन करती हूं, वह जमीन मैंने लीज पर जमीन के रैयत, नारायण सिंह से 2017 से लेकर 2025 तक के लिए लिज पर लिया है। जिसका एग्रीमेंट पेपर भी मेरे पास मौजुद है। मुझे उस जमीन से हटाने के लिए पंचम प्रसाद ने मेरे खेत में तार से किया गया घेराबंदी को उखाड़ दिया और सिंचाई के लिए खेत में रखा गया मोटर पंप भी अपने साथ ले गया। जब मैं इस मामले को लेकर थाना गई, तो मुझसे ये कहा गया कि सब सामान जो पंचम ले गया है तुम्हारे घर पहुंचा देगा, लेकिन आज तक मुझे नहीं लौटाया गया है।
रैयत नारायण सिंह ने लाली मिंज को 7 एकड़ जमीन लिज पर दिया है, उसकी एग्रीमेंट कॉपी.
लाली मिंज को लिज पर जमीन मैंने दिया हैः नारायण सिंह, जमीन मालिक
जमीन मालिक नारायण सिंह ने भी पीड़िता, लाली मिंज की बात का समर्थन करते हुए कहा कि, ये जमीन हमारी है मैंने ही लाली मिंज को लिज पर दिया है, जिसका खाता नम्बर 35 प्लॉट नम्बर 1254 और 1255 है। कूल रकबा 7 एकड़ 32 डिसमील जमीन है। मैं जाति से भोक्ता आदिवासी हूं और ये जमीन 1932 का खतियानी जमीन है। पंकज प्रसाद फर्जी कागजात बना कर इस जमीन पर दावा कर रहा है, जो गलत है। ये जमीन हमलोगों ने बेचा ही नहीं है। पंकज प्रसाद ने मेरे जमीन में से 10 डिसमील जमीन अपना बता कर एक आदिवासी परिवार को ही बेच दिया है, जिसमें वे लोग घर बना कर रह रहे हैं। ये मामला सी.ओ. के पास भी पहुंचा है। चुंकि लाली मिंज को मैंने अपना जमीन लिज पर दिया है, इसलिए इसे यहां से भगाने के लिए पंचम प्रसाद बार-बार परेशान कर रहा है।
8 सितंबर को राज्य पुलिस के मुखिया, अजय कुमार सिंह को आवेदन देने के बाद एससी/एसटी थाना की पुलिस पहुंची पीड़िता के घरः
घटना के 15 दिनों बाद भी आरोपियों के खिलाफ पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई ना होता देख बीते 8 सितंबर को लाली मिंज ने झारखंड के डीजीपी, अजय कुमार सिंह को स्पीड पोस्ट कर आवेदन दिया और न्याय की गुहार लगाई। वहीं खूंटी के सांसद सह जनजातिय मामलों के मंत्री, अर्जुन मुंडा को वाट्स एप्प कर घटना की जानकारी दी, जिसके बाद 13 सितंबर को एससी/एसटी थाना के प्रभारी, रंजन रवि पीड़िता, लाली मिंज के घर पहुंचे और बयान दर्ज किया। पीड़िता लाली मिंज ने बयान के संबंध में बताया कि, बयान दर्ज करने के लिए एसटीएससी थाना के थाना प्रभारी, रंजन रवि अकेले पहुंचे थें। उनके साथ कोई महिला पुलिस नहीं थी।
घटना के 14 दिनों बाद तक आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज नहीं किया गयाः
पीड़ित महिला से बयान 13 सितंबर को लिया गया और 14 सितंबर तक आरोपियों के खिलाफ एससी/एसटी थाना में केस दर्ज नहीं किया गया है। इस बाबत पुछे जाने पर थाना प्रभारी, रंजन रवि ने बताया कि मामले की जांच चल रही है, मामला जमीन से जुड़ा हुआ है। जब उनसे पुछा गया कि अर्धनग्न कर महिला को पीटा गया और सड़क पर घसीटते हुए उसे 500 मीटर दूर उसके घर तक ले जाया गया, जो एक क्रिमिनल केस है, बावजुद इस मामले में केस दर्ज नहीं किया गया क्यों? इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि, आरोपियों के खिलाफ अब तक कोई सबुत नही मिली है। पुलिस अपने स्तर से जांच कर रही है।
सिमडेगा पुलिस की कार्यशैली संदेह के घेरे मेः
पुलिस इस मामले को काफी हल्के में ले रही है, जबकि महिला को अर्धनग्न कर उसके साथ मारपीट कर बीच सड़क में घसीटना एक गंभीर अपराध है, जो धारा 354 के अंतर्गत आता है। यहां एक महिला के सम्मान को व्यक्ति विशेष के उकसावे पर भीड़ ने क्षति पहुंचाने का काम किया है, इसलिए आरोपी को अविलंब गिरफ्तार कर कानून सम्मत कार्रवाई होनी चाहिए। लेकिन घटना के 15 दिनों बाद तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जाना सिमडेगा पुलिस की मंशा पर संदेह उत्पन्न करता है, जिसकी जांच होनी चाहिए।
धनबाद :धनबाद शहर के कई व्यापारिक प्रतिष्ठानों में दहशत फैलाने के बाद अब अपराधियों ने गोबिंदपुर की ओर रुख किया है। सोमवार की सुबह मोटरसाइकिल पर सवार दो अपराधी खालसा होटल के समक्ष पहुंचे और दो बम धमाका कर भाग खड़े हुएं। चुंकि ये बम किसी व्यक्ति पर नहीं बल्कि खाली स्थान पर किया गया, जिससे स्पष्ट होता है कि, धनबाद की तरह यहां भी ये अपराधी दहशत कायम कर रंगदारी की मांग करने वाले हैं।
शक्तिशाली बम नहीं थाः
अपराधियों द्वारा जिस बम का विस्फोट प्रतिष्ठानों के समक्ष किया जा रहा है, वो कोई शक्तिशाली बन नहीं, बल्कि डब्बे में बारुद भर कर सुतली लपेट कर बनाया गया, सुतली बम है, जिसके विस्फोट से काफी तेज आवाज होती है और लोग डर जाते हैं, जो अपराधियों का मक्सद भी है।
बम विस्फोट करने का उद्देश्य सिर्फ दहशत कायम करना हैः
खालसा होटल के सामने दिन हो या रात, हर समय लोगों की भीड़ लगी रहती है, लेकिन अपराधियों ने यहां उस वक्त विस्फोट किया जब, सुबह के समय यहां सन्नाटा पसरा था। घटना की खबर मिलने के बाद गोविंदपुर पुलिस के अलावा जिले के ऊंच पुलिस अधिकारी भी घटना स्थल पर पहुंचे और स्थल का मुआयना किया।
घटना के बाद खालसा होटल परिसर का मुआयना करते अधिकारी.
व्यापारी और आम लोगों को डरने की जरुरत नहींः पुलिस कप्तान
पुलिस का मानना है कि एक विशेष अपराधी गिरोह मध्यम वर्ग के व्यापारियों को टारगेट कर खौफ कायम करने के प्रयास में लगी है, ताकि व्यापारी आसानी से रंगदारी देने के लिए तैयार हो जाएं। पुलिस कप्तान ने कहा आगे कहा कि व्यापारी और आम लोगों को डरने की जरुरत नहीं है। इस गिरोह के लोग जल्द ही पुलिस के शिकंजे में होंगे। पुलिस इनकी गिरफ्तारी के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।
धनबाद : धनबाद एसीबी की टीम ने शनिवार को एक बार फिर धनबाद समाहरणालय में कार्यरत्त प्रधान लिपिक को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार करने में सफलता पाई है। जिले में कई रिश्वतखोर अधिकारी, कर्मचारी और पुलिस एसबीपी के हत्थे चढ़ चुके हैं, बावजुद इसके रिश्वतखोंरों में तनिक भी खौफ नही है।
एसीबी की कार्रवाई से धनबाद समाहरणालय के कर्मचारियों में मची खलबली…
इस बार एसीबी नें समाहरणालय के रिकॉर्ड रूम में कार्यरत प्रधान लिपिक कृष्णनंदू चौधरी को चार हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ धर दबोचा। गिरफ्तारी के बाद एसीबी की टीम ने प्रधान लिपिक के घर की भी तलाशी ली, हालांकि उनके घर से टीम को कुछ भी हाथ नही लगा। गिरफ्तार करने के बाद प्रधान लिपिक को एसीबी की टीम अपने साथ एसीबी कार्यालय ले आई। इस कार्रवाई के बाद समाहरणालय में खलबली मची हुई है।
दस्तावेज उपलब्ध करवाने के एवज में प्रधान लिपिक ने मांगी थी रिश्वत…
मिली जानकारी के अनुसार मनियाडीह (टुंडी) के रहने वाले उमेश सिंह से प्रधान लिपिक ने दस्तावेज के एवज में छह हजार रुपये रिश्वत की मांग की थी। काफी मान मनोवल के बाद चार हजार रूपये में सौदा तय हुआ। इसके बाद उमेश सिंह ने प्रधान लिपिक द्वारा रिश्वत मांगने की शिकायत एसीबी से की, जिसके बाद एसीबी ने जांच पड़ताल कर मामले को सही पाया, फिर रंगे हाथ गिरफ्तार करने के लिए जाल बिछाते हुए रिश्वत के रुपये के साथ गिरफ्तार कर लिया गया। फिलहाल आगे की कार्रवाई की जा रही है।
धनबाद : धनबाद में कई प्रतिष्ठानों में दहशत फैलाने के बाद अब अपराधियों ने गोबिंदपुर की ओर रुख किया। सोमवार के दिन एक मोटरसाइकिल पर सवार दो अपराधी आये और गोबिंदपुर के प्रतिष्ठित होटल खालसा के बाहर दो बमों का धमाका कर फरार हो गए। अब इसे आप क्या कहेंगे इससे तो यही लगता है की ये अपराधी सन्नाटा देख किसी ना किसी व्यवसायिक प्रतिष्ठान के सामने सुतली बम फोड़ माहौल बनाओ, मिला तो ठीक नहीं मिला तो भी ठीक दहशत तो कायम रहेगा।लगता है यह अपराधी इसी फार्मूले पर चल रहे है। तभी तो आज गोबिंदपुर के खालसा होटल के सामने बदमाशों ने सुतली बम फेंक दहशत फैलाने का काम किया।
धनबाद में आज के दिनों में ये अपराधी जिस प्रकार से छीछोरापन का उदाहरण पेश कर रहे है। उससे लगता है की उनकी मानसिकता सिर्फ माहौल बनाना है। आए दिन बाइक पर दो या तीन अपराधी सवार होते हैं और इनके निशाने पर मध्यम वर्ग के व्यापारी ही होते हैं। इनकी मानसिकता यही रहती होगी की शायद मध्यम वर्ग के व्यापारी जल्दी डर जाएंगे और उनकी मंशा पूरी हो जाएगी। अभी हाल की घटनाओं में यह देखा गया है की ये अपराधी बाइक से दुकान को टार्गेट कर धमाका कर भाग खड़े होते हैं। अक्सर देखा गया है की यह अपने टार्गेट के सामने सन्नाटा देख कर ही धमाका करते हैं और फरार हो जाते है।
अब आज की ही घटना को ले लीजिए खालसा होटल के सामने भी कुछ ऐसा ही हुआ। यूं तो दिन हो या रात खालसा होटल के सामने भीड़ रहती है और लोगों का चहलकदमी बनी रहती है। बदमाशों ने आज सुबह ही होटल के सामने धमाका कर दिया और फरार हो गए। जिसके बाद गोविंदपुर पुलिस के अलावा जिले के उच्च अधिकारी मौके पर पहुंच सीसीटीवी का फुटेज खंगाल बदमाशो का सुराग ढूंढने का प्रयास कर रहे हैं। वही पुलिस ने इन घटनाओं से लोगों को नही डरने की बात कही। उन्होंने कहा कि बदमाश जल्द ही पकड़े जाएंगे।
धनबाद : धनबाद एसीबी की टीम ने शनिवार को एक बार फिर एक बड़ी मछली को अपने जाल में फंसाने में कामयाब रही। इस बार रिश्वत लेते हुए समाहरणालय रिकॉर्ड रूम में कार्यरत प्रधान लिपिक कृष्ण नंदू चौधरी को चार हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ धर दबोचा। गिरफ्तारी के बाद एसीबी की टीम ने प्रधान लिपिक के घर की भी तलाशी ली, हालांकि उनके घर से टीम को कुछ भी हाथ नही लगा। गिरफ्तार करने के बाद प्रधान लिपिक को एसीबी की टीम अपने साथ एसीबी कार्यालय ले आई। इस कार्रवाई के बाद समाहरणालय में खलबली मची हुई है।
मिली जानकारी के अनुसार मनियाडीह (टुंडी) के रहने वाले उमेश सिंह से प्रधान लिपिक ने दस्तावेज के एवज में छह हजार रुपये की मांग की थी। काफी मान मनोवल के बाद चार हजार रूपये में सौदा तय हुआ। इसके बाद उमेश सिंह ने प्रधान लिपिक द्वारा रिश्वत मांगने की शिकायत एसीबी से की। जिसके बाद एसीबी ने जांच पड़ताल कर मामला सही पाया। उसके बाद जाल बिछाकर आज कार्रवाई करते हुए समाहरणालय रिकॉर्ड रूम के प्रधान लिपिक कृष्ण नन्दू चौधरी को चार हजार रुपये रिश्वत के साथ पकड़ा। प्रधान लिपिक के घर की भी तलाशी ली गई, लेकिन वहां कुछ नही मिला। फिलहाल आगे की कार्रवाई की जा रही है।
धनबाद : वासेपुर के गैंगस्टर प्रिंस खान के आतंक से पूरा धनबाद तबाह है। पुलिस कई मामले में उसकी सरगर्मी से तलाश कर रही है।
शुक्रवार को पुलिस कोर्ट से उसके भाई गोपी खान के खिलाफ कुर्की जप्ती आदेश को लेकर उसके घर JCB मशीन लेकर उसके घर की कुर्की करने पहुंची। पुलिस घर के चौखट- दरवाजो को उखाड़ ले गई। हालांकि इस घर की कुर्की इसके पहले भी की गई थी। उस समय भी चौखट -दरवाजा उखाड़ लिए गए थे। इधर सूत्र बताते हैं कि फहीम खान के बेटे इकबाल पर फायरिंग के बाद परिवार का कोई सदस्य इस घर में नहीं रह रहा था। पुलिस इसके पहले ढोल -नगाड़ा बजाकर इश्तिहार भी चिपकाया था और आज कुर्की वारंट लेकर कुर्की कर रही है।
पुलिस जैसे ही प्रिंस खान के घर जेसीबी मशीन के साथ पहुंची, लोगों की अच्छी खासी भीड़ उसके घर के पास जुट गई। बताते चले की प्रिंस खान के भाई गोपी खान के खिलाफ 2015 के एक मामले में अदालत ने सशरीर उपस्थित होने का आदेश जारी किया था। लेकिन वह हाजिर नहीं हुआ, इसी के बाद धनबाद न्यायालय ने कुर्की वारंट जारी किया था। जिसके बाद पुलिस आज उसके आवास JCB मशीन के साथ कुर्की जप्ती करने पहुंची। घर का सारा सामान निकालने के बाद JCB से घर के दरवाजा और खिड़की उखाड़ा जायेगा। इस टीम में धनबाद अंचलाधिकारी सह नियुक्त मजिस्ट्रेट प्रशांत लायक बैंक मोड़ पुलिस, भूली पुलिस के अलावा बड़ी संख्या में पुलिस बल मौजूद थे।
आप को बता दे की बीते मंगलवार को ही पुराना बाजार के घराना नामक सोना चांदी की एक दुकान पर प्रिंस खान के कथित गुर्गो ने फायरिंग की थी। इसके बाद धनबाद के रांगाटांड़ के चूड़ी और लहठी कारोबारी से 50 लाख रुपए रंगदारी की मांग की गई थी। इसके पहले भी लगातार फायरिंग और रंगदारी की घटनाएं होती रही है। फिर भी उसका आतंक कम होने का नाम नहीं ले रहा है। धनबाद पुलिस और झारखंड एटीएस ने उसके कई गुर्गों को जेल भी भेज चुकी है। फिर भी घटनाएं नहीं रुक रही है।अब देखना है इस कार्रवाई के बाद उसका आतंक कम होता है की या यूं ही फिर उसका आतंक सर चढ़ कर बोलता रहेगा।
प. सिंहभूमः गुवा पश्चिमी और पूर्वी के मुखिया ने बिना ग्राम सभा किये सेव बुंदिया का बील बनवाने के नाम पर ग्रामसभा की रजिस्टर में धोखे से करवाया लाभुकों से हस्ताक्षर
सरकार के संयुक्त सचिव शैला प्रभा कुजूर द्वारा 15 अगस्त के मौके पर सभी पंचायतों में ग्राम सभा का आयोजन करने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने कहा है कि प्रत्येक तीन माह के बाद ग्राम सभा का आयोजन किया जाना अनिवार्य है। पीपुल्स प्लान केंपेन अभियान के लिए निर्गत दिशा निर्देश में गणतंत्र दिवस, मजदूर दिवस, स्वतंत्रता दिवस एवं गांधी जयंती के अवसर पर ग्राम सभा आयोजित करने का निर्देश है।
पंचायती राज मंत्रालय के उपरोक्त आदेश के आलोक में 15 अगस्त को ग्राम पंचायतों में झंडोत्तोलन के पश्चात ग्राम सभा आयोजित किया जाना है। जिसमें सिटीजंस चार्टर तैयार किया जाना है।
सचिव के इसी निर्देश के तहत पश्चिम सिंहभूम जिले के गुवा पूर्वी और पश्चिम पंचायत में ग्राम सभा का समय सुबह 9:30 बजे झंडोतोलन के बाद निर्धारित किया गया था।
लेकिन गुवा पश्चिमी पंचायत की मुखिया पदमनी लागुरी, पूर्वी पंचायत की मुखिया चांदमनी लागुरी और पंचायत सेवक ने मिलकर 8:30 बजे ही झंडोतोलन के बाद वहां पहुंचे कुछ लाभुकों का फ़ोटो लेने के बाद ग्रामसभा की रजिस्टर में भी हस्ताक्षर ले लिय़ा। यहां ना ही लाभुक महिलाओं को योजना के बारे में बताया गया, ना ही किसी का योजना रजिस्टर पर चढ़ाया गया।
रजिस्टर में ये झुठ बोलकर साइन करवाया गया कि, सभी लोग रजिस्टर में हस्ताक्षर कीजिये। सेव बुंदिया जो बांटा जा रहा है, उसका बिल बनाना है, नहीं तो विभाग से बील पास नहीं होगा। हस्ताक्षर लेने के बाद दोनों मुखिया और पंचायत सेवक वहां से चले गएं।
इधर जब निर्धारित समय़ सुबह 9:30 बजे सैंकड़ों की संख्या में लाभुक महिलाएं पहुंची, तो उन्हें पता चला कि झंडोतोलन करने के बाद दोनों मुखिया और पंचायत सेवक चले गए हैं। ग्रामसभा की बैठक नहीं की गई है। इस ग्राम सभा में भाग लेने के लिए सभी लाभुक महिलाएं अपने साथ योजनाओं की सूची लेकर पहुंची थीं। ग्रामसभा की बैठक नहीं होने की सूचना मिलने पर ये लोग काफी निराश हुवें, फिर इन्होंने विरोध-प्रदर्शन करना शुरु कर दिया और “झुठ बोल कर साईन कराया, रद्द करो रद्द करो…ग्रामसभा रद्द करो, हमारी योजना नहीं चढ़ाया” कहते हुए नारेबाजी कीं।
महिलाओं ने कहा कि इस मामले की शिकायत जिले के उपायुक्त और पंचायती राज विभाग में किया जाएगा।