रिपोर्ट- बिनोद सोनी…
रांची: राष्ट्रीय जनता दल के वरिष्ठ नेता प्रदेश उपाध्यक्ष व राष्ट्रीय परिषद के सदस्य विजय यादव का सीएमसी वेल्लोर में इलाज के दौरान निधन हो गया। विजय यादव राजद के काफी पुराने नेता थें। झारखंड अलग राज्य बनने के पूर्व से विजय यादव लालटेन छाप की शोभा बढ़ाते रहे हैं। विजय यादव की पहचान सिर्फ झारखंड में ही नहीं बल्कि बिहार में भी थी। राजद और राजय के चुनाव चिन्ह् के वाहक विजय यादव जहां भी जाते लोग दूर से ही उनके लालू रथ को देख कर समझ जाते थें कि विजय यादव जी पहुंच चुके हैं। उनके निधन से ना सिर्फ राजद के वरीष्ठ नेता बल्कि आम राजद कार्यकर्ता भी काफी मर्माहत हैं, उनकी पहचान किसी दल बदलु नेता की नहीं, बल्कि राजद के समर्पित नेताओं में थी। विजय यादव के निधन की खबर से सिर्फ राजद के नेता और कार्यकर्ता ही नहीं बल्कि दूसरे पार्टी के नेताओं में भी शोक की लहर ब्याप्त है। बुधवार को उनका पार्थिव शरीर झारखंड प्रदेश राजद मुख्यालय लाया गया, सैंकड़ों नेता और कार्यकर्ताओं ने उन्हें अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि दी। मौके पर 2 मिनट का मौन रखकर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए कामना की गई।
राजद के समर्पित कार्यकर्ता थे विजय यादव
श्रद्धांजलि सभा के दौरान राजद युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष, रंजन कुमार यादव ने कहा कि, विजय यादव पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता थें। पार्टी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के नीति सिद्धांतों पर चलने का काम उन्होंने जीवन भर किया। उनके निधन से पार्टी को अपूर्णीय क्षति हुई है। पार्टी में उनकी कमी को पूरा नहीं किया जा सकता है। ईश्वर शोक संतप्त परिवार को दुःख सहने की शक्ति दे।
पार्टी में विजय यादव के योगदान को भुलाया नहीं जा सकताः
राजद के वरिष्ठ नेता राजेश यादव ने कहा कि, विजय यादव ने पार्टी के लिए लंबा संघर्ष किया था। उनकी कमी पार्टी को सदैव खलेगी। पार्टी में उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है।