अंकिता की मौत के बाद दुमका विधायक बसंत सोरेन जगें निंद से….

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रिपोर्ट- संजय वर्मा…

रांचीः बुरी तरह झुलस जाने के बाद अंकिता 22 अगस्त से 28 अगस्त तक जिन्दगी और मौत के बीच संघर्ष करते रही, लेकिन जिंदगी की जंग आखिरकार अंकिता हार गई। अंकिता की मौत के बाद दुमका विधायक, बसंत सोरेन की निंद खुली और उन्होंने 28 अगस्त की रात लगभग 8 बजे ट्वीट कर कहा कि, अंकिता की मौत झकझोरने वाली है। हत्यारे को फास्टट्रेक कोर्ट के माध्यम से कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाए। दुमका जिला प्रशासन इसके लिए आवश्यक कार्रवाई करे तथा परिजनों को आर्थिक सहायता प्रदान करे

शाहरुख नामक युवक ने एक तरफा प्यार में पेट्रोल उड़ेल कर किया था आग के हवालेः

जानकारी देते चलें कि, शाहरुख नामक युवक ने 23 अगस्त की सुबह अंकिता के बेड पर खिड़की से पेट्रोल उडेल कर उसे आग के हवाले कर दिया था। इस घटना में अंकिता 95 प्रतिशत झुलस गई थी, जिसे परिजन गंभीरावस्था में दुमका अस्पताल ले गएं, लेकिन वहां प्राथमिक चिकित्सा क बाद उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए रिम्स रेफर कर दिया गया था और यहीं 5 दिनों तक ईलाजरत्त रहने के दौरान ही अंकिता ने दम तोड़ दी।

पुरे सुबे में उबालः

इस घटना से राज्यभर में उबाल है और आम लोगों के साथ साथ दर्जनों संगठन के लोग हत्यारे को फांसी की सजा देने की मांग कर रहे हैं। इस मामले को लेकर दुमका शहरवासियों ने रविवार को दुमका बाद बंद कराते हुए उग्र प्रदर्शन भी किया था।

इंसाफ दिलाने में भाजपा कोई कोर-कसर नही छोड़ेगीः अमर कुमार बावरी

अंकिता की मौत के बाद विपक्ष हेमंत सरकार पर कई आरोप भी लगा रही है। पूर्व मंत्री सह चंदनकियारी से भाजपा विधायक, अमर कुमार बावरी ने राज्य सरकार पर आरोप लगाया है कि, सरकार अगर इस मामले को लेकर गंभीर होती, समय पर उसे बेहतर चिकित्सा उपलब्ध करवाया जाता, तो अंकिता बचाया जा सकता था, लेकिन राज्य सरकार इस मामले को लेकर गंभीर नही थी। अमर कुमार बावरी ने आगे कहा कि अंकिता के परिजनों को इंसाफ दिलाने में पार्टी कोई कोर कसर नहीं छोडेगी।

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