ब्यूरो रिपोर्ट…
जमीन हड़पने के लिए 40 वर्ष बाद बेटा बन कर सामने आया बिहार का युवक…
रांचीः मामला नामकुम प्रखंड के ओबरिया गांव का है, जहां ऑबेरिया मौजा स्थित खाता न 117 अंतर्गत खातियानी रैयत भजन सिंह, कमला सिंह के बेऔलाद होने तथा उनके और उसकी पत्नी की मौत के बाद तमाम अंतिम संस्कार एवं अन्य कर्म काण्ड ग्रामीणों ने आपसी सहयोग कर किया था, किन्तु मृत्यू के लगभग 40 वर्ष बाद बिहार से एक व्यक्ति अपने आपको उनका वारिश बता कर जमीन को बेचना चाह रहा था, जिसकी जानकारी मिलने के बाद ग्रामीणों ने इसका विरोध किया।
मुखिया के हस्ताक्षर से बना था फर्जी वंशावलीः
आरोपी युवक द्वारा पंचायत की मुखिया के साथ साठगांठ कर गलत वंशावली बनाया गया, फिर उसी वंशावली के आधार पर एलआरडीसी रांची के द्वारा लगान निर्धारित करने हेतु आदेश कराया गया। ग्रामीणों को इस बात की जानकारी मिलने के बाद अंचलाधिकारी नामकुम के पास आवेदन देकर ग्रामसभा की बैठक में मामले के निपटारे की मांग की गई।
गांव के बुजुर्गों ने आरोपी युवक को पहचानने से किया ईन्कारः
सोमवार को अंचलाधिकारी श्रीमती शुभ्रा रानी, हल्का कर्मचारी रविन्द्र कुमार की उपस्थिति में ग्राम सभा का आयोजन किया गया। ग्राम सभा की अध्यक्षता ग्राम प्रधान नरसिंग कुजूर ने की। ग्रामसभा में उपस्थित बुजुर्गों ने, जिनकी उम्र लगभग 80वर्ष से ऊपर थी उन्होंने कमला सिंह और भजन सिंह के बेऔलाद मरने की पुष्टि की, साथ ही बिहार से आए व्यक्ति को पहचानने से भी इंकार किया। उपस्थित लोगों ने कहा कि जमीन माफिया जमीन बेचने के लिए फर्जी वंशावली बनाकर लगान निर्धारित करने का आदेश एलआरडीसी से पारित कराया था। ग्राम सभा की बैठक में अंचलाधिकारी और एलआरडीसी से गलत वंशावली बना लगान निर्धारित करने के आदेश को खारिज करने, जमीन ग्रामीणों को सामूहिक उपयोग के लिए देने का आग्रह किया गया।
ग्राम सभा की बैठक में जिला परिषद सदस्य आरती कुजूर, पंचायत समिति सदस्य अजित कच्छप, कुटियातु की पंचायत समिति सदस्य अंजली लकड़ा, कुसुम देवी, थुरकु महली, हरीनाथ महली,बिरसा महली, राधा देवी, शनिचरिया देवी, सीता कुजूर, रीना देवी, पुष्पा देवी, लखमनी देवी, प्रतिमा देवी, सुनीता देवी, साधन देवी, मीना देवी, अंतू देवी, आरती देवी सहित सैकड़ों की संख्या में लोग उपस्थित रहें।