ब्यूरो रिपोर्ट, सिमडेगा…
रांचीः बीते 25 जुलाई से 363 गृह रक्षक अभ्यर्थी अपनी मांगों को लेकर सिमडेगा जिला अनुमंडल कार्यालय के समक्ष अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हुए हैं। लगभग एक सप्तह गुजर जाने के बाद भी जिला स्तर के किसी अधिकारी द्वारा इनकी सुध नही ली गई है।
चयन प्रक्रिया संपन्न होने के बाद सभी 363 अभ्यर्थियों का प्रशिक्षण होना थाः
अनिश्चितकालीन धरने में बैठे अभ्यर्थियों ने बताया कि 2016 में 363 महिला/पुरुष का चयन होमोगार्ड में बहाली के लिए किया गया था। दिनांक 17 जनवरी 2017 से 19 जनवरी 2017 तक शारीरिक जांच प्रक्रिया हुई। बहाली प्रक्रिया जिले के एसपी और उपायुक्त की अध्यक्षता में जिला समादेष्टा के त्रिसदस्यीय समिति द्वारा संपन्न करवाया गया था। इस दौरान सभी सफल अभ्यर्थियों का चरित्र सत्यापन करवाया गया और चयनित गृह रक्षक अभ्यर्थियों का मेडिकल जांच और इनके प्रमाण पत्रों का सत्यापन भी संपन्न किया गया। इन सभी प्रक्रियाओं के बाद सभी चयनित 363 गृह रक्षक अभ्यर्थियों का प्रशिक्षण होना था, लेकिन 4 साल बीत जाने के बाद भी अब तक ये प्रक्रिय सिमडेगा जिले में अधर में लटकी हुई है, जबकि अन्य जिलों में बहाली होने के बाद चयतनित अभ्यर्थी अपनी सेवा भी दे रहे हैं।
बीते 25 जुलाई से छोटे-छोटे बच्चों को गोद में लेकर धरना देते गृह रक्षक अभ्यर्थी
तात्कालीन समादेष्टा की लापरवाही का खामियाजा 4 साल से भुगत रहे हैं 363 अभ्यर्थीः
अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया है कि, तात्कालीन महा-समादेष्टा, गृह रक्षा वाहिनी, झारखंड रांची द्वारा अपने सेवा निवृति के 6 माह पूर्व से ही विभागीय कार्यों के प्रति उदासीनता बरती गई एवं प्रशिक्षण संबंधी फाईल को टाल-मटोल कर लटकाया गया। और वर्तमान समादेष्टा द्वारा एक मामुली सी त्रुटि को उजागर कर इस संबंध में गृह विभाग से मंतव्य मांगा गया है। अधिकारियों की लापरवाही का खामियाजा सभी चयनित 363 गृह रक्षक अभ्यर्थी भुगत रहे हैं। इनमें से कई ऐसे हैं जिनकी उम्र सीमा भी अब समाप्ति के कागार पर है।
सरकार से मांगः
अभ्यर्थियों ने अपनी पीड़ा बताते हुए कहा कि इस भरी बरसात में सैंकड़ों लोग धरने में बैठे हुए हैं, लेकिन संबंधित विभाग के अधिकारियों के कान पर जूं भी नही रेंग रही है। हममें से कई ऐसे लोग हैं, जो इस भरी बरसात में अपने छोटे-छोटे बच्चों के साथ धरने पर बैठे हुए हैं। सरकार से हमारी मांग है कि अविलंब हम सभी 363 सफल अभ्यर्थियों का प्रशिक्षण शुरु करवाए और नियुक्ति सुनिश्चित करे।
इस मामले में सिमडेगा जिले के एसपी और उपायुक्त, श्रीमती आर. रोनिता से फोन पर संपर्क किया गया, लेकिन उनसे संपर्क नही हो सका।