रिपोर्ट- संजय वर्मा…
रांचीः झारखंड के देवघर जिला स्थित देवीपूर में एम्स का निर्माण कार्य चल रहा है, जहां सैंकडों की संख्या में मजदूर निर्माण कार्य में लगे हुए थें, लेकिन लॉक डाउन लागू कर दिए जाने के बाद से यहां निर्माण कार्य बंद है। लॉक डाउन टू तक इन मजदूरों को रहने और खाने की सुविधा सुलभ थी, लेकिन लॉक डाउन-3 लागू होने के बाद से इन मजदूरों को सही तरीके से खाना उपलब्ध नही करवाया जा रहा है। इस मामले की जानकारी मिलने के बाद “ताजा खबर झारखंड” की टीम ने यहां के ठेकेदार नूर इस्लाम के फोन पर संपर्क कर वस्तु स्थिति की जानकारी लेनी चाही, लेकिन संवेदक निर्माण फोन रिसिव नही कर रहे हैं।
खूंटी और प. सिंहभूम के 20 मजदूरों ने प्रशासन से लगाई घर वापसी की गुहारः
एम्स के निर्माण कार्य में लगें सैंकड़ों मजदूरों में से 20 मजदूर खूंटी और बंदगांव के रहने वाले हैं, इनमें से 8 खूंटी, 2 मुरहू, और 10 बंदगांव के है। इन मजदूरों ने अपने परिजनों के पास फोन कर वापस अपने गृह जिला ले जाने की गुहार लगाई है। इनकी मानें तो लॉक डाउन के कारन काम बंद है उपर से इन्हें खाने की भी परेशानी हो रही है।
गृह जिला जाने के लिए पैदल ही निकलें, लेकिन पुलिस ने वापस एम्स भेज दियाः
मंगलवार की सुबह 20 में से बंदगांव के 8 मजदूर अपने घर जाने के लिए एम्स निर्माण परिसर से अपने सामानों के साथ बाहर निकलें और लगभग 1 किलोमीटर की दूरी तय कर भी चुके थें, तभी रास्ते में पुलिस ने इन 8 मजदूरों को पुछताछ के बाद आगे जाने से रोक दिया। फिर पुलिस ने ही मामले की सूचना अधिकारियों को दी, जिसके बाद इन्हें खाना देने का आश्वासन देकर वापस कैंप में ही भेज दिया गया है।
खूंटी के जनप्रतिनिधियों को करवाया गया मामले से अवगतः
चुंकि 10 मजदूर खूंटी जिला और 10 मजदूर प. सिंहभूम जिला के बंदगाव प्रखंड के हैं, इसलिए हमारी टीम ने खूंटी जिला के कुछ जनप्रतिनिधियों से संपर्क कर पूरे मामले से अवगत करवाया, ताकि जनप्रतिनिधि अपने गांव-घर के मजदूरों को घर वापसी कराने में परिजनों की सहायता करें। इस बाबत खूंटी जिला, मुरहू पूर्वी के जिप सदस्य, चन्द्रप्रभात मुंडा ने सहयोग करने का आश्वासन हमारी टीम को दिया है।